कार्य पद्धति आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण (Computer classification based on work method)
कार्य पद्धति आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण (Computer classification based on work method)
कार्य पद्धति आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण तीन प्रकार से किया गया है इसमें 1- एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer), 2- डिज़िटल कम्प्यूटर (Digital Computer), 3- हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer) इन तीनों की अपनी अपनी विशेषतायें हैं तो आइये जानते हैं क्या होता है डिजिटल, एनालॉग और हाइब्रिड कंप्यूटर, कार्य पद्धति आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण (Computer classification based on work method).
कार्य पद्धति आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण
एनालॉग कंप्यूटर क्या है (What is analog computer)
इस श्रेणी में वे कंप्यूटर आते है जिनका प्रयोग भौतिक इकाइयों दाब, तापमान, लंबाई, गति आदि को मापने में किया जाता है, चलिये थोडा और समझते हैं, बात करते हैं मौसम विज्ञान की आपको हवा का दबाब, वातावरण मेें नमी या बारिश कितनी हुई या आज का सबसे कम या सबसे ज्यादा तापमान कितना था इन सब के आंकडें इकठ्ठा करने के लिये एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer) बनाये गये हैं वर्षामापी (रेन गेज) - इससे किसी विशेष स्थान पर हुई वर्षा की मात्रा नापी जाती हैं, 2 आर्द्रतामापी (हाइग्रोमीटर) - इससे वायुमण्डल में व्याप्त आर्द्रता नापी जाती है, एनिमोमीटर - इससे वायु की शक्ति तथा गति को नापा जाता है, यानि यह सब एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer) भौतिक आंकडों को इकठ्ठा करते हैं
डिजिटल कंप्यूटर क्या है (What is Digital Computer)
डिज़िटल कम्प्यूटर (Digital Computer) वह कंप्यूटर होते हैं जिन्हें आप आमतौर पर प्रयोग करते हैं अपने घरों में, कार्यालयों में, जिसमें डिजिटल तरीके से डाटा को फीड किया जाता है और आउटपुट प्राप्त किया जाता है अधिकतक डिजिटल कंप्यूटर ही प्रयोग में आते हैं और बाजारों में आमतौर पर उपलब्ध रहते हैं डिजिटल कंप्यूटर डाटा और प्रोग्राम को 0 और 1 में परिवर्तित करके उसको इलेक्ट्रॉनिक रूप में ले जाते है।
हाइब्रिड कम्प्यूटर क्या है (What is Hybrid Computer)
हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer) में एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer) और डिज़िटल कम्प्यूटर (Digital Computer) दोनों के ही गुण होते है। ये कंप्यूटर एनालाॅॅॅग और डिजिटल से अधिक भरोसेमंद माने जाते हैं इनका काम होता है एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer) से प्राप्त आंकडों को डिज़िटल रूप में उपलब्ध कराना, चिकित्सा, मौसम विज्ञान में इनका सबसे ज्यादा प्रयोग होता है